Saturday 28 February 2009

साईं ने कहा है..... भाग - 4

साईं ने कहा है..... कि

" उधार ( Loan ), शत्रुता और हत्या का प्रायश्चित करना ही पड़ता है, कोई इससे बच नहीं सकता है।"

Friday 27 February 2009

कबीर ने कहा है : भाग -२

कबीर ने कहा है कि.......


"कबीरा गर्व ना कीजिए, कबहुं ना हंसिए कोए,


अजहुँ नाव समुद्र में, ना जाने क्या होए। "


कबीर ने कहा है : भाग - १

कबीर ने कहा है कि.......

"साई इतना दीजिए ,जामे कुटुम्ब समाय,

मैं भी भूखा ना रहूँ, साधु ना भूखा जाय।"

साईं ने कहा है.... भाग - 3

साईं ने कहा है..... कि...

परम सुख ही ब्रह्म है.......!!!

Thursday 26 February 2009

साईं प्रेम : खुसरो

  • खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूँ पी के संग।जीत गयी तो पिया मोरे हारी पी के संग।।
  • खुसरो दरिया प्रेम का, सो उल्टी वाकी धार।जो उबरा सो डूब गया जो डूबा हुआ पार।।
  • आ साजन मोरे नयनन में, सो पलक ढाप तोहे दूँ।न मैं देखूँ और न को, न तोहे देखन दूँ।

Sai Prem : Part - 2

अकथ कहानी प्रेम की, कुछ कही ना जाए,
गूंगे करी सरकार, बैठे मुस्काए।
[Inexpressible
is the story of Love
It cannot be revealed by words
Like the dumb
eating
sweet-meat
Only smiles, the sweetness he cannot tell]

साईं ने कहा है.....भाग - 2

साईं ने कहा है..... कि....

"विलाप मत करो, सब्र करो......

.....तुम्हारी इच्छा पूर्ण होगी।"

Wednesday 25 February 2009

साईं ने कहा है.....भाग - 1

साईं ने कहा है..... कि....

"कभी भी खाली मत बैठो, काम करो.....

ईश्वर के नाम का जाप करो और धार्मिक पुस्तके पढो ।"

Monday 23 February 2009

काशी साईं फाउंडेशन सोसाइटी के मूल विचार:-

।। मानव प्रेम ही ईश्वर प्रेम है ।।

।। साईं मानव प्रेम ।।

।। साईं ईश्वर प्रेम ।।

Sunday 22 February 2009

Oh…..Sai…..!!..…Help me…..!!!

Obtained from heaven and treasured in the heart…..

Obtained from heaven and treasured in the heart…..

The wine of divine faith is served not in cup but though the eyes…..

I am lost in this endless search…..

If I am not, then why am I so, and if…..

I am, and then what am I…..

If my existence is unreal why do I still exist and If my existence is real, then what is that reality…..

Oh…..Sai…..!!..…Help me…..!!!

Sai Prem : Part 1

O My Love...!! (Sai Prem)

Your Forehead has the enchantment of eyes...!!

Your Forehead has the beauty of long locks...!!

Your Forehead has the trance of wine addiction...!!

Your Forehead expresses the mischievous pranks of a lover...!!

Thursday 12 February 2009

Path of Love

The Path of love is infinite and
unending, and love is also
a precocious adornment.
The world may reject, The

Sweat lessons of Love,
But a Lover never rejects these

Sweat lessons of Love”.

LOVE IS…….???

Love is meandering river, and strings of music
Love resounds in our hearts.
Love conquers and rides to the marketplace
For all to know of its presence.
Love’s gamble, says WAARIS SHAH
Always strikes gold.

Wrote By: Famous Punjabi Folk Poet Late Shri WAARIS SHAH

Friday 6 February 2009

गुरु और ईश्वर का बहुत गहरा सम्बन्ध है.

गुरु और ईश्वर का बहुत गहरा सम्बन्ध है, वेदों में गुरु को ईश्वर से अधिक पुजनिये माना है, गुरु की महिमा अपार है वो सदेव अपने शिष्य के लिए चिंतित रहता है, उसे सर्व गुण सम्पन बनने का पर्यातन करता है, ईश्वर की प्राप्ति भी गुरु द्वारा सम्भव हो सकती है, हमारे महान कवि कबीर जी ने भी अपने दोहे द्वारा यह स्पष्ट किया है........ कि
गुरु गोबिंद दोउ खड़े ,काके के लागु पाये
बलिहारे गुरु आप पे गोविन्द दियो मिलायो।
इसलिये गुरु को अधिक पुजनिये समझा गया है जो हमे दिशा हिन् होने से बचाता रहता है , परन्तु गुरु से भी बढकर जो है वो सदगुरु है गुरु और सदगुरु में बहुत अन्तर हैगुरु को हमेशा अपने शिष्य से कोई न कोई अपेक्षा रहती है,वो कभी भी समय आने पर अपने दिए हुए ज्ञान की गुरु दक्षना मांग लेते है परन्तु सदगुरु वो होता जो सदेव देता है कभी दक्शना की लालसा नही रखतागुरु तोह बहुत से मिल जाते है परन्तु सदगुरु तोह एक ही है वो है साई बाबा जिन्होंने कभी अपने शिष्यो से कुछ नही माँगा सिर्फ़ दिया ही है,
ऐसे सदगुरु के चरणों में हमारा सत सत नमन।
जय साई भारत

Thursday 5 February 2009

साहिब मेरा एक है - संत कबीर

साहिब मेरा एक है दूजा कहा ना जाए,
दूजा साहिब जो कहूँ, साहिब खड़ा रसाए।
माली आवत देख के, कलियाँ करें पुकार,
फूल फूल चुन लिए, काल हमारी बार।
चाह गई चिंता मिटी, मनवा बेपरवाह,
जिनको कच्छु न चाहिए, वोह ही शहंशाह।

चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...