Monday, 21 March 2011

काशी साईं विचार :-

जो दुसरो के मन की बात जान ले, वह चतुर है॥

जो अपने को जान ले, वह आत्मज्ञानी है॥

जो दूसरो को जीत ले, उसे समर्थ कहते है॥

जो अपने को जीत ले, वह परम समर्थ है॥

जो निष्पाप है, वह परम सुखी है॥

द्वारा :- ताओ तहे किंग

No comments:

चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...