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Thursday, 22 October 2009

साईं तेरी नोकरी मुझे चाहिए:-

तेरी नोकरी मुझे चाहिए
हे साईं अभिराम चाकर मुझे बना लो,दे दो
श्री चरणों में स्थान
ड्यूटी मुझको देदो
बचा समये जो इस जीवन का
निज सेवा में लेलो
वेतन में तुम मुझको देना
श्रदा और सबुरी
इतना वेतन हो की स्वामी
तुमसे न हो दुरी
बीमारी के छुट्टी (Sick Leave) मुझे नहीं चाहिए
अपने नाम कर लेना
किराया भत्ता व महगाई भत्ता (T.A. & D.A.) जब हो जाये
कभी ड्यू जो मेरा
शिर्डी धाम का लगवा देना
साईं तुम की फेरा
उन्नति (Appraisal) के समये में दाता
मेरे दोष निरखना
लेश मात्र भी कमी जो पाओ
बर्खास्त (Demotion) चाहे करना
जैसे कर्म हो मेरे,वैसे
फल से झोली भरना
बोनस (Bonus) में मुझको दे देना
दर्शन अपना प्यारा
तेरी नोकरी में ही बीते
मेरा जीवन सारा
पदौन्नति (Promotion) जब भी करना चाहो
तब इतना ही करना
भक्ति की ऊँची सीढ़ी पर
साईं मुझको धरना
सेवा से अवकाश (Retirement) का समये जो आवे
तुम खुद ही आ जाना
इस जिव को दाता अपने संग
तुम्ही ले जाना
अर्जी मैंने डाला है, तुम
इस पर करो विचार
तेरी नोकरी पा जाऊँ तो
हो जावे उद्धार

चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...