"अंहकार, दंभ, दर्प आदि विकार ही मोह का कीचड़ है।"
["आज 22-05-2009 को हमारे पूज्य दादा जी "प० शारदा प्रसाद दुबे जी" की २५वी पुण्य-तिथि है, और आज से ही यह Post उनको समर्पित करते हुए शुरू किया जा रहा है, अगर पसन्दः आए तो अपने सुझाव व विचार Comment box में दीजीए।" ""धन्यवाद्""]
["आज 22-05-2009 को हमारे पूज्य दादा जी "प० शारदा प्रसाद दुबे जी" की २५वी पुण्य-तिथि है, और आज से ही यह Post उनको समर्पित करते हुए शुरू किया जा रहा है, अगर पसन्दः आए तो अपने सुझाव व विचार Comment box में दीजीए।" ""धन्यवाद्""]
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