Tuesday 19 May 2009

साईं ने कहा है : भाग - 42

साईं ने कहा है, कि.....
"दक्षिणा (दान) भेट करते समय मन में कोई पछतावा नही होना चाहिए,
नही तो ऐसे दान का कोई अर्थ नही रह जाता। तहे दिल से दान देना चाहिए।"

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चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...