१- आसमान ने कहा.... "माँ एक इन्द्रधनुष है, जिसमें सभी रंग समाये हुए हैं।"
२- शायर ने कहा.... "माँ एक ऐसी गजल है, जो सबके दिल में उतरती चली जाती है।"
३- माली ने कहा.... "माँ एक दिलकश फूल है, जो पूरे गुलशन को मह्काता है।"
४- औलाद ने कहा.... "माँ ममता का अनमोल खजाना है, जो हर दिल पर कुर्बान है।"
५- वाल्मीकि जी ने कहा.... "माता और मातर भूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊँचा है।"
६- वेद व्यास जी ने कहा.... "माता के समान कोई गुरु नही है।"
७- पैगम्बर मोहम्मद साहब ने कहा.... "माँ वह हस्ती है, जिसके क़दमों के नीचे जन्नत है।"
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