नव वर्ष - 2010 आप सब के लिए मंगलमय हों
साईं ने कहा है, कि.....
सचिदानंद सद्गुरु श्री साईं नाथ महाराज की जय .....!! ""
साईं ने कहा है, कि.....
- "मेरे शब्द सदैव अर्थपूर्ण होते है, खोखले नही
- "चाहे तुम अच्छे हों या बुरे, मै तुम्हारी सभी इच्छाये पूर्ण करूँगा क्योकि तुम मेरे हों ।"
- "आप अपना विश्वास एक इषित (इच्छा-अनुसार) स्थान पर स्थिर कर ले , इस प्रकार व्यर्थ भटकने से कोई लाभ नही है ।'
- "साईं सूक्ष्म तत्व में रहकर भी सभी को मोहित करते है ।"
- "मनुष्य अंतकाल में जिस भाव का स्मरण करते हुए शारीर सोचता है , अगले जन्म में उसे योनी में चला जाता है ।"
"" बोलिए अनंतकोटी ब्रह्मंद्नाय्क राजाधिराज योगिराज परब्रम्ह
सचिदानंद सद्गुरु श्री साईं नाथ महाराज की जय .....!! ""
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