Tuesday, 15 October 2013

काशी साईं सन्देश - साईं भारत प्रेम

खुदा की तलाश में भटकते भटकते 
मंदिर पुहंचे तो पंडित बोले हिन्दू बन जाओ 
 मस्जिद पुहंचे तो मुल्ला बोले मुस्लिम बन जाओ
 गिरजाघर पुहंचे तो पादरी बोले ईसाई बन जाओ 
 दर दर भटक कर जब साईं दर पुहंचे... 
 तो "बाबा" बोले...
सबका मालिक एक है

तुम बस "इन्सान" बन जाओ..

"ॐ साई भारत"
"ॐ साई भारत"
"ॐ साई भारत"

 

Kashi Sai Foundation, Varanasi

।। मानव प्रेम ही ईश्वर प्रेम है ।। 

http://kashisai.blogspot.in/


साईं मानव प्रेम,  साईं ईश्वर प्रेम
हमारी सोसाइटी का मानना है, कि भारत मेंसाईं नाम ही एक ऐसा नाम है, जो बटवारा नहीं करता, इसीलिए हमारी सोसाइटी  जय साईं भारत कहती है...!!! हमारी सोसाइटी का यह प्रयास है, कि साईं के नाम पर पूरे भारत को एक सूत्र में  पिरोया जायेताकि भारत में किसी भी किस्म का बटवारा ना रह जाये....!!

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उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...