Tuesday 20 October 2020

साईं की अदालत में खड़ा रहने दो:-


खोटा सिक्का हूं,
मुझे दर पर पड़ा रहने दो।
मैं हूं दीवाना,
मुझे जिद्द पर अड़ा रहने दो।
पांव में बेड़ियां,
हाथ में कड़ा रहने दो।
मुझको, साईं की अदालत में खड़ा रहने दो।

No comments:

चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...