Thursday 29 October 2020

हमारी रचनाएं @KashiSai 'मान'

जहा में ये पैगाम आम होगा, 
ग़ुरूर वालों का नाम होगा, 
झुका जमाना जिसके आगे,
'मान' का उसको न सलाम होगा! 
#AdvAnshuman
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अंदाज उनका नर्म न होता
यह सच हम जान गये हैं
मिली जगह जो थोड़ी आगे
तबीयत 'मान' अभी से गर्म हुयी है! 
#AdvAnshuman
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किया जो तूने तोड़ा इज़ाफा,
सनम हमारे मचल गये हैं, 
अभी तो किस्सा शुरु हुआ है, 
'मान' देखों वो बदल गये हैं!
#AdvAnshuman

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चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...