Saturday 9 May 2009

कबीर ने कहा है : भाग - 5

कबीर ने कहा है, कि.....
"जबहिं नाम ह्रदय धरा,भया पाप का नास ।
मानों चिनगी आग की,परी पुरानी घास ॥"

अर्थात -
जब भगवान का स्मरण मन से किया जाता है, तो सम्पूर्ण पाप जीव के नष्ट हो जाते है। जिस प्रकार एक आग की चिंगारी घास में गिर पङे तो क्या होगा उससे सम्पूर्ण घास नष्ट हो जाती है । इसलिए भगवान का स्मरण ह्रदय से करना चाहिये।

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चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...