Sunday 25 January 2009

अगर परमात्मा मंजिल है तो गुरु रास्ता हैं :-


ईश्वर/परमात्मा के नाम का जाप निरंतर करते हुए

गुरु की शिक्षा - दीक्षा के माध्यम से मनुष्य

परमात्मा से गहरे सम्बन्ध बना सकता है ।

गुरु के ज्ञान व संरक्षण में हमे परमात्मा का

साक्षात्कार सहज ही हो जाता है ।

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चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...