Wednesday 3 June 2009

साईं वंदना

आपके कदमो के पास हूँ, अपना आशीष और प्यार देना।

हे मेरे शिर्डी के साईं ! कोई गलती हो तो बता देना।

आपके हुक्म की तामिल होगी, आपकी हर बात मानेंगे।

हे शिर्डी के साईं बाबा ! बस आपके गुन गायेंगे।

मेरी कोई हस्ती नही, बस आपका बल है ।

मेरी कोई ताकत नही , आपका सम्बल है ।

सहारा देना कही डूब ना जावू, तेरी दुआ से ही सब कुछ पावू ।

मेरी तकदीर आप है बाबा, आप है मालिक और मेरे राजा ।

शिर्डी के शहंशाह आप है , सबके मदद-गार आप है ।

हम आपके कदमो की धूल है , आप सबसे खुबसूरत फूल है.......

आप मालिक है , चाहे जो सजा दे ।

पर दया कर साईं , मेरी गलती बता दे ।

बार -बार बंदगी, नमस्कार है तुम्हे ।

साईं तेरी हर बात , स्वीकार है हमें ।

यह जीवन आपका , यह स्वास आपकी ।

हर लम्हा आपका , हर बात आपकी ।

मुझे रास्ता दिखावो , मुझे अब जगावो ।

शिर्डी के साईं बाबा , मुझे आगे बधावो ।

तेरे द्वार बैठा , तेरी याद करता ।

हे शिर्डी के साईं ! तेरा नाम जपता ।

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