Tuesday 14 July 2009

साईं ने कहा है : भाग - 97

साईं ने कहा है, कि....
"मेरा भक्त चाहे हजारो कोस की दुरी पर ही क्यो न हो,
वह मेरी तरफ़ ऐसे खीचा चला आता है,
जैसे धागे से बंधी हुई चिरिया खीच कर स्वयं चली आती है।"

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चंद्रशेखर आज़ाद के अंतिम संस्कार के बारे में जानने के लिए उनके बनारस के रिश्तेदार श्री शिवविनायक मिश्रा द्वारा दिया गया वर्णन पढ़ना समीचीन होगा:-

उनके शब्दों में—“आज़ाद के अल्फ्रेड पार्क में शहीद होने के बाद इलाहाबाद के गांधी आश्रम के एक स...